दोस्तों
हमारा
हिन्दी
साहित्य
सब प्रकार
से समृद्ध
एवं
अत्यन्त
विशाल
है, साथ
ही अनेक कठिनाइयों, विषमताओं के बावजूद नये लेखकों का आगमन एवं नवीन सृजन
भी
जारी
है।
विषमतायें
अधिकतर
प्रचार
प्रसार
से
सम्बन्धित
हैं,
उदाहरण
के
तौर
पर
पुराने
लेखकों
के
अलावा
जो
नये
उच्च
कोटि
के
लेखक
आते
हैं
वो
अपनी
पुस्तकें
इन्टरनेट
पर
विज्ञापित
करते
हैं परन्तु अक्सर पाठक
जगत
ने
उनका
नाम
तक
नहीं
सुना
होता
इसलिए
इन्टरनेट
पर पुस्तक
का
विज्ञापन
देख
कर
भी
वो
उसे नहीं
खरीदता
क्योंकि
यही
पता
नहीं
होता
कि
ये
लेखक
उसकी रुचि का साहित्य लिखता भी है
या नहीं । हालाँकि कुछ
लेखकों
एवं
प्रकाशकों
ने
इन्टरनेट
पर
पीडीएफ़
पुस्तकों
के
माध्यम
से
प्रयास
किया
है
परन्तु
आज
के
इलेक्ट्रानिक
मीडिया
के
युग
में
वो
दाल
में
नमक
के
बराबर
भी
नहीं
है।
दरअसल
आवश्यकता
है
ऐसी
सर्व
सुलभ
इ-पुस्तकों
की
जिन्हें
इ
बुक
रीडर/टेबलेट पर सर्व साधारण पाठकगण पढ़ सकें, जिससे वो लेखकों के बारे में जाने और पसन्द आने पर बेधड़क उस लेखक की पुस्तकें खरीद या मंगवा सकें । साथ ही इ-पुस्तक की उपयोगिता, सुलभता से न केवल परिचित हों बल्कि उन्हें इसकी आवश्यकता भी महसूस हो क्योंकि अपनी सभी पसन्दीदा पुस्तकों को एक इ बुक रीडर/टेबलेट में हर समय साथ रखने और मनचाहे समय पर
मनचाही
पुस्तक
पढ़ने
के
मानसिक
सन्तोष
से
हिन्दी
पाठक
जगत
सामान्यत:
अभी
अनिभिग्य ही है। न सिर्फ़ मेरे ख्याल से वरन मेरा मानना
है
इ-पुस्तकों
की
उपयोगिता
महसूस
होने
पर
हिन्दी
पाठकजगत
को
स्वाभाविक
रूप
से
इनकी
आवश्यकता
महसूस
होगी
और
वो
प्रकाशकों
से
इस
प्रकार
की
पुस्तकों
की
मांग करेगा।
साथ
ही
अन्य
भाषाओं
के
साहित्य
की
तरह
हमारे
हिन्दी
साहित्य
का
भी
प्रचार
प्रसार
होगा
और
हमारा
हिन्दी
साहित्य
विश्व
साहित्य
की
कतार
में
अग्रगण्य
होगा।
अपने
इसी
ध्येय
को
इस
ब्लाग
द्वारा
आगे
बढ़ाने
के
लिए
मैंने
इन्टरनेट
पर प्रकाशकों/लेखकों द्वारा पहले से सर्वसाधारण को पढ़ने हेतु उप्लब्ध कराई गई कुछ पुस्तकों को पीडीएफ़ के साथ साथ इ पुस्तक(E-Pub format) के रूप
में बदल के प्रस्तुत कर रहा हूँ जैसा कि मैंने कहा कि ये पुस्तकें इन्टरनेट पर पहले
से ही उप्लब्ध हैं अत: सभी कानून कायदे के शौकीन बन्धु बान्धवों से करबद्ध प्रार्थना है कि कापीराइट का विवाद खड़ाकर समय नष्ट करने एवं इस पुनीत कार्य में (जिसमें मेरा कोई व्यक्तिगत स्वार्थ नहीं है) बाधा डालने का प्रयास न करें। पाठक गणों से अनुरोध है कि यदि ऐसी कोई हिन्दी की इ पुस्तक(E-Pub format) आपके पास हो या यदि कोई पाठक बन्धु मुझ से अच्छी इ पुस्तक बनाना जानते हों तो मुझे अवश्य अवगत करायें और इस पुनीत कार्य में अपना योगदान दें।
पं0 सूर्यकान्त
इ- पुस्तक के रूप में डाउन लोड करने के पुस्तक के मुख पृष्ठ पर क्लिक करे और पी डी ऍफ़ के रूप में डाउन लोड करने के पुस्तक -लेखक के नाम पर क्लिक करें
इ- पुस्तक के रूप में डाउन लोड करने के पुस्तक के मुख पृष्ठ पर क्लिक करे और पी डी ऍफ़ के रूप में डाउन लोड करने के पुस्तक -लेखक के नाम पर क्लिक करें
13 शून्य- सुनील डोईफोडे
मित्रवर सूर्यकान्त जी,
ReplyDeleteभूतनाथ पुस्तक को इतने सुन्दर ढंग से किनारे सुधार कर प्रस्तुत करने हेतु धन्यवाद,
पाठक मित्रों
यदि हम सभी भाई इसी प्रकार प्रयास करें तो हमारी भाषा और पुस्तकों का चहुमुखी विकास संसार की कोई शक्ति न रोक पायेगी। इस पुस्तक को पढ़ते पढ़ते ख्याल आया कि यदि इस पुस्तक पर धारावाहिक बनाया जाये तो भूतनाथ का अभिनय करने के लिए कौन सा फ़िल्मी कलाकार उपयुक्त होगा? आयें, हम सब इस ख्याल पर, एक खेल की तरह चर्चा करते हैं।
सोचे मित्रों और अपने विचार से इसी ब्लाग पर(Comment के रूपमें)अवगत करायें या यों कहें कि चर्चा करें। बड़ा आनन्द आयेगा।
सलीम जावेद
salimji me bhootnath k koi bhag ko download bahi kar sakta hu...plz help me.
ReplyDeleteagar apke pas bhootnath ki soft copies hai to plz plz plz share it wid me.
me apka bahut hi abhari rahunga plz.
mail id-naresneha@gmail.com
नरेशजी
Deleteमैंने स्वयं डाउनलोड कर देखा सब बिलकुल ठीक डाउनलोड हो रहा है . आप अपनी समस्या थोड़ा विस्तार से बतायें तो शायद हम कुछ सहायता कर सकें .
हाँ भूतनाथ की डिजिटल सॉफ्ट कापी मेरे या सलीम भाई के पास नहीं है .जैसा की हम सब जानते हैं कि भारतीय साहित्य संग्रह के अलावा किसी के पास डिजिटल सॉफ्ट कापी नहीं है, इसीलिए अनिल शेरोन व सलीम भाई ने काफ़ी मेहनत करके स्केन की हुई पुस्तक बनाई है . फिलहाल इसी से काम चलायें .
पं० सूर्यकान्त
ये फ़ाइल डाऊनलोड होने की बजाये वेब पेज में ही खुल रही है
DeletePandit SUrya Kant ji,
DeleteBhootnath Part II is not available to load as file is no longer exist. Please upload it again it u can. Thanks a lot.
Suryakantji thanks for reply.
ReplyDeleteDevkinandan khatri k mahan novels chandrakanta aur bhootnath apne upload kiya ye bahut hi great kam kiya...
Mene chandrakanta & chandrakanta santati 14 sal ki age me padh liye the .
Me keh nahi sakta k muje kitna anand ata tha! really! Aur tab muje pata nahi tha k bhootnath novel bhi hai, ye bat to muje 1 month se hi pata hai!
Mene bhootnath novel ko net pe bahut hi dhundha bt sad, except bhootnath part2 me baki k bhag nahi mil rahe hai! Eventually, mene apka blog dekha aur bhootnath k sabhi parts dekhke bahut hi khaush hua. Now, apke blog se mene bhootnath k siva baki sabhi books download kar li hai...
Meri taklif ye hai k bhootnath k bhag 60% download hote hai(.epub format), fir achanak downloading fail ho jata hai aur fir resume karta hu to cancel ho jata hai.
Mene bahut bar try kiya bt iske age dwnld nahi hota hai...plz help me... Me apka bahut hi abhari rahunga..
नरेशजी
Deleteमेरे ख्याल से इन्टरनेट स्पीड की समस्या है मैं सलीम भाई से इ-मेल द्वारा प्रयास करने को बोलता हूँ।
पं० सूर्यकान्त
Same mere paas bhi hua hai
Deletenaresh ji apke pass rohtashmath ka 2 khand hai to please mujhe narender.rathee17@gmail.com par send kijiye please
DeleteMere prblm pe dhyan dene k liye thanks so much...
ReplyDeleteMuje pata hai speed ka prblm to hai hi, kya bhootnath k parts ki size kam nahi ki ja sakti? Means jese chandrakanta ki size bahut hi kam hai.
agar email kar sake to janm bhar apka abhari rahunga...thanks in advance!!
Aur agar ho sake pause-resume possible karaye....
Rohtasmath & Virendra veer bhi agar upload kar sake(in future) to achha rahega...plz...
mail id:- naresneha@gmail.com
नरेशजी
Deleteसलीम भाई ने बताया की इ-मेल से फ़ैल भेजना संभव नहीं हो पा रहा है आप किसी मित्र के high speed and memory कम्पुटर से जिसका इन्टरनेट तेज हो प्रयास करें।वीरेन्द्र वीर (स्केन कापी) अपनी हिन्दी वेवसाइट पर उपलब्ध है रोहतासमठ पर विवेक खत्री जी का कापीराइट है पर वो इसे(पेपरबैक) रु १२०- मात्र पर आपको उपलब्ध कराते हैं पता निम्न है
Vivek Khatri
Lahari Book Depot. Lahari Press
C25/1, Ram Katora Road (PB No 39)
(Near Ram Katora Crossing)
Varanasi- 221001
India.
विवेक खत्री जी सभी पुस्तकें अत्यंत वाजिब दाम पर उपलब्ध कराते हैं
उदाहरण देखें-
Bhootnath Rs 350-
Rohtasmath Rs 120-
Virendra Veer Rs 45-
How i order these book?
Deleteplss ans on rahultaviyad95@gmail.com
Thanks suryakantji for taking care...
ReplyDeleteApne bhootnath upload kiya ye bahut hi achha kam kiya hai.
Bhootnath ki links ko kayam rakhe....
dhanyavad
धन्यवाद सूर्यकांत जी इन अमूल्य तोहफे के लिए ,,,,,,,,,,,,,
ReplyDeleteमैं अपनी ख़ुशी बता नहीं सकता आपको की मैं कितना खुश हूँ की मुझे ये पुस्तक डिजिटल रूप में मिल गयी है ,,,,,,,,,,,,,
कृपया रोहतास मठ और वीरेंदर वीर भी हो सके तो उपलब्ध करवाएं
हमेशा आभारी रहूँगा आपका ,
Kirpya sabhi mitr vivek ji se original copy kharide taki is mahan aur vishal sahitya ko ham sabhi bacha sake or apni ane wali pidion ke lie surakhshit rakh sake
ReplyDeleteDHANYAWAD
बाबू भाई
Deleteमैं आपसे पूर्णतया सहमत हूँ ये पुस्तकें मैंने मात्र जिज्ञासा व चाव उत्पन्न करने के विचार से लोड की हैं वो भी मात्र कापी राइट से मुक्त पुस्तकें । मैने स्वयं विवेक जी से सभी पुस्तकों का पूरा सेट खरीदा है और अपनी 1 September 2013 की टिप्पणी में विवेक जी का पता व कुछ पुस्तकों के मूल्य भी उदाहरणार्थ दिये थे । इस ब्लाग पर पुस्तकों के अलावा मैं विचारोत्तेजक लेख भी लिखता हूँ परन्तु कभी भी कोई अच्छी या खराब कैसी भी टिप्पणी नहीं करता । लगता है लोग सिर्फ़ मुफ़्त की पुस्तकें ढूँढने ही इस ब्लाग पर आते हैं ।
NAMASKAR
ReplyDeleteAPKA DHANYWAD AP JO KEH RAHE HAI WO BILKUL THEEK HAI PANDIT JI.
MAI APSE YE PUCHNA CHAHTA HOON KI KYA DEVKI JI KE ALAVA BHI KISI AUR LEKHAK NE TILISM PAR KUCH ACHA LIKHA HAI ( HINDI ME) TO KIRPYA MUJHE JARUR BATAE MAINE KAFI KHOJA PAR MUJE NAHI MIL SAKA TO AP JARUR UTAR DE.
AUR HAA APKI KOSHISH BHI ACHI HAI KYU KI AJ KAL LOG SAB INTERNET PAR HI TALASH KARTE HAI UMEED HAIN APKE IS PRYAS SE HINDI PATAKO ME VRIDI HOGI OR JYADA LOGO KA APNI MATRBHASHA KE PRTI LAGAV BADEGA.
DHANYWAD.
जी लिखा तो है पर बेहद बकवास लिखा है इसलिए उनका नाम बता के उनकी शान मे गुस्ताखी नहीं करना चाहता । वैसे क्राइम फ़िकशन मे एक उपन्यास इस समय समाचार पत्रों मे (दैनिक जागरण सहित) बहुत चर्चा मे है और वो है संजय अग्निहोत्री का "जो दिल की तमन्ना है"
Deleteलखनऊ पुस्तक मेले मे Sold Out इस उपन्यास की कुछ प्रतियाँ अभी भी Amazon.in( https://www.amazon.in/gp/aw/d/9383969792?)pc_redir=T1#aplPreloadName_1504252291938)
तथा कुछ हस्ताक्षर युक्त प्रतियाँ किताबवाला (http://www.thekitabwala.com/product/jo-dil-ki-tamanna-hai/) पर हैं यदि शीघ्रता करेंगे तो मिल सकती हैं वो भी घर बैठे !
भूतनाथ के लिए आपको जितना धन्यवाद दूँ कम है ।सच में दिल से आपको धन्यवाद और साधुवाद।
ReplyDeleteक्या हमें रोहतास मठ का दुसरा भाग मिल सकता है।
पंडित सूर्यकान्त के ब्लॉग (मेरे ख्याल से...)पर आपका रोहतास मठ के लिए अनुरोध के उत्तर मे आपको बताना चाहता हूँ कि रोहतासमठ पर विवेक खत्री जी का कापीराइट है पर वो इसे(पेपरबैक) रु १२०- मात्र पर आपको उपलब्ध कराते हैं पता निम्न है:
DeleteVivek Khatri
Lahari Book Depot. Lahari Press
C25/1, Ram Katora Road (PB No 39)
(Near Ram Katora Crossing)
Varanasi- 221001
India.
Namaste...
ReplyDeleteKya bhootnath k 7 hi part h ya age bhi koi part h.kripya uttar de.
भूतनाथ के बाद रोहतासमठ है उसपर पर विवेक खत्री जी का कापीराइट है पर वो इसे(पेपरबैक) रु १२०- मात्र पर आपको उपलब्ध कराते हैं पता निम्न है
DeleteVivek Khatri
Lahari Book Depot. Lahari Press
C25/1, Ram Katora Road (PB No 39)
(Near Ram Katora Crossing)
Varanasi- 221001
India.
This comment has been removed by a blog administrator.
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeleteThanks suryakantji for bhootnath novel.lekin 2nd part ki link shayad delete ho gyi hai.kya aap koi alternate link de sakte hai?
ReplyDeletebhootnath ke dhanyvad par kya aap rohthas math ka bhag 2 uplode kr sakthe he.
ReplyDeleteSir Ji apke pass rohtashmath ka 2 khand hai to please mujhe narender.rathee17@gmail.com par send kijiye please
Deleteगुरुपाल जी
ReplyDeleteइस ब्लाग पर पुस्तकों के अलावा मैं विचारोत्तेजक लेख भी लिखता हूँ परन्तु कभी भी कोई अच्छी या खराब कैसी भी टिप्पणी नहीं करता । लगता है लोग सिर्फ़ मुफ़्त की पुस्तकें ढूँढने ही इस ब्लाग पर आते हैं ।
फिर भी आपके प्रश्न का जवाब ये है कि ऊपर मैंने 1 September 2013 at 01:52 पर नरेश जी को दिये उत्तर मे साफ लिखा है कि रोहतासमठ पर विवेक खत्री जी का कापीराइट है पर वो इसे(पेपरबैक) रु १२०- मात्र पर आपको उपलब्ध कराते हैं पता निम्न है
Vivek Khatri
Lahari Book Depot. Lahari Press
C25/1, Ram Katora Road (PB No 39)
(Near Ram Katora Crossing)
Varanasi- 221001
India.
I want to download and read rohtasmath all parts please help me and send me link from where I can download
ReplyDeleteMy mail is dkgarg.38@gmail.com
रोहतासमठ पर विवेक खत्री जी का कापीराइट है पर वो इसे(पेपरबैक) रु १२०- मात्र पर आपको उपलब्ध कराते हैं पता निम्न है:
DeleteVivek Khatri
Lahari Book Depot. Lahari Press
C25/1, Ram Katora Road (PB No 39)
(Near Ram Katora Crossing)
Varanasi- 221001
India.
सर धन्यवाद आपका भूतनाथ के लिए
ReplyDeleteआप हमें रोहतकमठ का भाग २ डाउनलोड करने में हेल्प कर सकते हो क्या ?
Er.gopalpatidar@gmail.com
Aap link is address pr send kr skte h
Once again thx, SIR !
मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं Bhoothnath जैसी दुर्लभ पुस्तक उपलब्ध कराने के लिए मैं आपको तहे दिल से धंयवाद देता हूं
ReplyDeleteस्वागत
Deletesirji
ReplyDeleteमैं आपको तहे दिल से धंयवाद देता हूं भूतनाथ के लिए आपको जितना धन्यवाद दूँ कम है
स्वागत
Deleteजव इन तिलिस्मी उपन्यास पड़ने ने से ऐसा लागता है जेसे सुच में हमारे सामने ये घटनाये घट रही है . पर में ये सोच रहा हु के अगर तिलिस्म बनाने के बारे में भी केसे और किन किन महात्माओ ने तिलिस्म बनाया है तो पड़ने में कितना रोमांच आता
ReplyDeleteजव इन तिलिस्मी उपन्यास(चंद्रकांत,चंद्रकांता संतति,भूतनाथ ) पड़ने ने से रोमांच आता तो तिलिस्म बनाने का उपन्यास पड़ने में कितना रोमांचक होता .
ReplyDeleterohtas math khand 2 , please send me at 1984shikha.garg@gmail.com.
DeleteAnd thankyou for bhootnath all parts available here...
bro do u got part 2 ? if yes pls send it on rahultaviyad95@gmail.com
DeleteBhai log link kam nahi kar rahi. File delete kar di gayi kah rahi hai. Please bhoothnath ka 7 khand kisi ke pass ho to mujhe mail karo aniljadhav862@gmail.com par ya koi dusri link ho to share karo main download kar lung. Blogger se anurodh hai kripaya wah meri problem par dhyan de aur meri madad kare. Apka dhanyawad
ReplyDeletekya koi muje plz bata sakta h ki bhootnath part 7 ko continue kaun si book kar rahi h ?
ReplyDeleteरोहतास मठ
Deletekya ap krupaya kar ke bata sakte h mi me ye books kaise kharid sakta hoon?
DeletePandit Surya Kant जी
ReplyDeleteबाबू संडीला जी की टिप्पणी के उत्तर मे मेरे उपन्यास का ज़िक्र करने का धन्यवाद ।
ये पाठकों का प्यार है जो दैनिक जागरण सहित समाचार पत्रों मे मेरे क्राइम फ़िकशन उपन्यास "जो दिल की तमन्ना है" की चर्चा हो रही है
हाँ ये भी सच है लखनऊ पुस्तक मेले के अंतिम दिन ये पुस्तक Sold Out हो गयी थी और इस उपन्यास की कुछ प्रतियाँ अभी भी Amazon.in( https://www.amazon.in/gp/aw/d/9383969792?)pc_redir=T1#aplPreloadName_1504252291938)
तथा कुछ हस्ताक्षर युक्त प्रतियाँ किताबवाला (http://www.thekitabwala.com/product/jo-dil-ki-tamanna-hai/) पर हैं यदि शीघ्रता करेंगे तो मिल सकती हैं वो भी घर बैठे !
आपका
आपका
संजय अग्निहोत्री
(उपन्यासकर )
s.agnihotri@optusnet.com.au
http://sanjayagnihotri.com/
https://www.facebook.com/sanjayagnihotriwriter/
https://www.facebook.com/people/Sanjay-Agnihotri/100009859546671
https://www.facebook.com/jodilkitamannaahai/?ref=settings
https://www.youtube.com/channel/UCl9nOuUWHJXXZ1JeiM6e8PQ/videos?view=0&sort=dd&shelf_id=0
Please share the last book of chandrakanta series 'heeron ki ghati'
ReplyDeletebhai apke pass rohtashmath ka 2 khand hai to please mujhe narender.rathee17@gmail.com par send kijiye please
Deletesir mujhe bhutnaath ka dusra bhaag e-book m download karne m problem ho rahi h, kripya karke aap us link ko theek kar sakte h, ya wo e-book mujhe e-mail kar sakte h. mera mail id vickywaldia@gmail.com hai... dhanyawaad
ReplyDeleteCan anyone send me rohtasmath part 2 at sharmavipin559@gmail.com i will be very grateful to you
ReplyDeletekisi bhai k pass rohtashmath ka 2 khand hai to please mujhe narender.rathee17@gmail.com par send kijiye please
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeleteHi Admin,
ReplyDeletecan you please live the links of Bhutnath?
Hi Sir mujhe Shrikant aur bhutnath Ka pdf pradan karne ki kripa kare....sandeeprmishra01@Gmail.com
ReplyDeletesuryakant ji muje downloand karne me problem aa rahi h kripiya madad kare. rahultaviyad95@gmail.com kisi k pass sare pdf ho to kripiya is email pe send kare apka bahot meharban rahunga
ReplyDeleteRohtasmath-2 bhag nahi mil raha hi please bataye
DeleteBhoothnath ka koi bhi part download nahi ho paa raha hai
ReplyDelete